सुनो गौर से पेप्सी वालों, बूरी नजर ना कोक पे डालो, चाहे चितना जोर लगा लो, सबसे आगे होगा निंबू पानी…. निंबू पानी… हमने पिया है… तूम भी पीयों… *********************** अपना समझो या बैगाना, हमारा तो आपसे रिश्ता है पुराना इसलिये हमारा फर्ज था आपको बताना गर्मी शुरु हो गयी है, इसलिये भाई रोज नहाना… . नहीं तो तेरे आजू-बाजू बैठनेवाला पसीने के बदबू के मारे निकालेगा बहाना… *********************** गर्मी के दोहे : पंखा देखत रात गयी, आई न फिर भी लाईट…. . गाते रहे मच्छर कान मैं “पार्टी ऑल नाईट” ****************** काश कि सूरज की भी बीवी होती, . . तो उसे थोड़ा कंट्रोल में रखती… *********************** एक आदमी ने फेसबुक पे स्टेटस डाला, “आज रात मैं छत पे सोऊँगा !” फिर क्या… 100 मच्छरों ने Like कर दिया…!!! ***********************